
प्यार का राग सुनो रे ऽऽ
दो और दो आंखें चार होने पर जब मन ही मन उनमें एक-दूसरे पर न्योछावर हो जाने की अनुभूति जाग उठती है …
दो और दो आंखें चार होने पर जब मन ही मन उनमें एक-दूसरे पर न्योछावर हो जाने की अनुभूति जाग उठती है …
शेर-ओ-शायरी में तो मौसम की बातें हम न जाने कब से करते आ रहे हैं मगर अब मौसम की खुशगवारी या इसकी …
हमें खबर ही नहीं और पता लगा है, हमारी लंबाई बढ़ रही है। यह कोई सुनी-सुनाई नहीं बल्कि, जांची-परखी खबर है। खुद …
किसानों की समस्याओं का गंभीरतापूर्वक विचार करने और उसके समाधान के लिए देश के शीर्ष कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन की …
नराई यानी खुद, मतलब किसी का शिद्दत से याद आना। तो, इस बार ‘मेरी यादों का पहाड़’ की नराई लगी अल्मोड़ा में …
बारिश के दिन हों, आसमान पर घनी बदली छाई हो, कभी-कभी धीरे से बदली की चादर हटा कर सूरज झांक कर कहीं …
उस साल यानी 2010 में अचानक एक याद बन गया गिर्दा। इतवार, 22 अगस्त का दिन था। बारह बजे के आसपास …
आज (9 अगस्त) प्रसिद्ध लेखक मनोहरश्याम जोशी जी का जन्मदिन है। विज्ञान लेखकों की जिस पीढ़ी ने सन् साठ-सत्तर में लोकप्रिय पत्रिका …
आज भीष्म जी का जन्मदिन है। उन्हें शिद्दत से याद कर रहा हूं। वे होते तो आज 103 वर्ष के होते। मैं …
दक्षिण भारत में बारह वर्ष बाद फिर बहार के दिन आ गए हैं। पश्चिमी घाट की ऊंची पहाड़ियों पर प्रकृति अपनी …