
टिहरी के उस गांव में (8)
पगडंडी के उतार में उतर ही रहे थे कि अचानक लगा जैसे तेज आंधी आ गई हो। चारों ओर देखा, लेकिन कहीं …
पगडंडी के उतार में उतर ही रहे थे कि अचानक लगा जैसे तेज आंधी आ गई हो। चारों ओर देखा, लेकिन कहीं …
दिल्ली से लगभग 300 किलोमीटर दूर, टिहरी गढ़वाल के ऊंचे पहाड़ पर बसे इस गांव में सुबह के दृश्य भी बड़े मनमोहक …
हम धीरे-धीरे बातें करते, पगडंडी पर आगे बढ़ते जा रहे थे कि मेरे दाहिनी ओर बहुत पास में अचानक ‘भद-भद-भद’ की आवाज …
लगता था नीचे कहीं घाटियों से ऊपर उठ कर आ रही है वह गूंजती हुई आवाज और पहाड़ों की इन वादियों में …
मैं सूर्योदय के बदलते रंग देखना चाहता था, इसलिए टकटकी लगाए हिमालय को देखता रहा। कनखियों से पूर्व में पहाड़ों के …
….एकदम साफ आसमान के रंगमंच पर तारे उगने लगे। दक्षिण-पूर्व के आसमान में एक और हीरा चमकने लगा। नजरें उससे ऊपर …
….मनीष ने चलते-चलते मुझे थुनेर और देवदार के पेड़ों को दिखा कर उनका अंतर बताया। वहां जंगल के बीच धूप का एक …
बेटे मनु ने पूछा, “चार दिन की छुट्टियां हैं। कहीं बाहर चलें?” मैंने कहा, “जरूर चलें।” “आपको कैसी जगह पसंद है?” “ऐसी …