
फिर आया बड़ा बसंता
बड़ा बसंता आज फिर आया। सामने ऐलेस्टोनिया के पेड़ की हरीभरी डाली पर बैठा बोलने लगा- कुटरू…कुटरू…कुटरू…कुटरू! बसंता आसपास के पेड़ों …
बड़ा बसंता आज फिर आया। सामने ऐलेस्टोनिया के पेड़ की हरीभरी डाली पर बैठा बोलने लगा- कुटरू…कुटरू…कुटरू…कुटरू! बसंता आसपास के पेड़ों …