
पावस में पहाड़
बारिश में नहाए पेड़ों और पहाड़ों को छुए, घाटियों से ऊपर उठ कर यहां-वहां तैरते और पहाड़ों को अपने आगोश में लेते …
बारिश में नहाए पेड़ों और पहाड़ों को छुए, घाटियों से ऊपर उठ कर यहां-वहां तैरते और पहाड़ों को अपने आगोश में लेते …
कहां कभी मानव ने चिड़ियों की तरह आसमान में उड़ने का सपना देखा था और कहां 17 दिसंबर को किटी हाक की …
सौ वर्ष के हो गए हैं भीष्म साहनी जी। ‘हैं’ इसलिए क्योंकि भीष्म जी जैसे लोग कभी विदा नहीं होते। वे धरती …
पहले मुझे भी कहां पता था कि वहां मेरी मुलाकात दिल्ली के मेधावी छात्रों और विज्ञान के लिए समर्पित शिक्षकों के साथ …